Day: 5 May 2020

दालचीनी ..नाम के साथ गुण भी अनोखे

भारत देश आयुर्वेदिक औषधियों से भरपूर है l न जाने कितनी औषधियों को हम बिना उनके गुणों को जाने अपने रसोई के मसालों में प्रयोग करते हैं, उन्हीं में से एक है दालचीनी।इसको अंग्रेजी में Cinnamon बोलते हैं।

परिचय:-

दालचीनी एक छोटा सदाबहार पेड़ है जो 10-15 मीटर ऊंचा होता है।

अगर आपको रसोई का थोड़ा भी अनुभव है तो दालचीनी आपने ज़रूर देखी होगी।लकड़ी की छाल के जैसे दिखने वाली यह वस्तु कितनी गुणकारी है यह हम आज आपको बताते हैं।यह अपने अलग स्वाद और महक की वजह से कई खाद्य पदार्थों में मिलाया जाता है।

यह लौरेसिई परिवार का है।

दालचीनी के पौष्टिक गुण:-

दालचीनी में सबसे ज्यादा कार्बोहाइड्रेट 80.5% होता है साथ ही साथ प्रोटीन, वसा, शुगर, मिनरल्स, विटामिन्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।इसमें विटामिन ए,बी,सी,ई सभी थोड़ी-थोड़ी मात्रा में मिलते हैं।

दालचीनी के फायदे:-

1 – गर्म दूध में दालचीनी मिलाकर पीने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ती ही है साथ ही साथ नींद भी बहुत अच्छी आती है..आजकल नींद न आने की समस्या से ज़्यादातर लोग पीड़ित हैं।

2 – दालचीनी खूबसूरत बालों और त्वचा के लिए उपयोगी है।

3 – दूध में मिलाकर पीने से हड्डियाँ मजबूत होती हैं।

4 – दूध में दालचीनी मिलाकर पीने से पाचन शक्ति मज़बूत होती है।

5 – देखा गया है कि दूध में दालचीनी मिलाकर पीने से ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है।

6 – दालचीनी में एन्टी फंगल गुण होता है तो यह हमारे शरीर को फंगल संक्रमण से बचाने में भी मदद करता है।

7 – दालचीनी के घरेलू उपयोग को मस्तिष्क के लिए काफी फायदेमंद पाया गया।यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके मस्तिष्क को स्वस्थ बनाता है।

8 – चूहों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि दालचीनी में कैंसर की कोशिकाओं के विकास को कम करने और फैलने से रोकने के तत्व मिलते हैं।

9 – दालचीनी वज़न नियंत्रण में भी काफी कारगर है।

10 – श्वसन संबंधित कई बीमारियों जैसे ब्रोंकाइटिस में इसके फायदे दिखे हैं।

दालचीनी के नुकसान:-

दालचीनी को ज्यादा मात्रा में खाने से कई नुकसान भी होते हैं।जिसमें से कुछ निम्न हैं –

1 – दालचीनी की ज्यादा मात्रा शरीर का ग्लूकोज स्तर कम कर सकती है जिससे व्यक्ति ऊर्जाहीन महसूस करता है।

2 – लिवर संबंधित समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।

3 – पेट संबंधी बीमारियां भी हो सकती हैं।

4 – दालचीनी की तासीर अम्लीय होती है जिससे हमारे दाँत प्रभावित होते हैं।

5 – कई लोगों को दालचीनी से एलर्जी भी होती है।

एरोबिक्स …. कुछ अनछुई बातें

आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में जहाँ रुकना मना है वहीं लोग अपने लिए कोई समय नहीं निकाल रहे जिससे समय से पहले ही बहुत सी बीमारियों से घिर जा रहे।

इन सबसे बचने के लिये हमें अपनी शारीरिक गतिविधियों पर ज़रूर ध्यान देना चाहिए।उन्हीं गतिविधियों में से एक एरोबिक्स है।

एरोबिक व्यायाम एक शारीरिक गतिविधि है, जिसमें प्रत्येक अंग और कई मांसपेशियों का समूह एक साथ कार्य करते हैं। यह कार्डियोवैस्क्युलर एक्टिविटी होती है क्योंकि इसको करने से ऑक्सीजन तेज़ी से शरीर में अवशोषित होता है।

इसके विभिन्न प्रकार आपको फिट रहने में मदद करते हैं l रस्सी कूदना, डम्बल पुशअप, तैराकी, जॉगिंग, दौड़ना,स्टेपर पर स्क्वायर बनाना ये सब एरोबिक्स का ही हिस्सा है।

मैं खुद वीक में 5 दिन 1 घण्टे नियमित एरोबिक्स करती हूँ।

एरोबिक्स के फायदे:-

1 – इम्युनिटी बढ़ जाती है एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता तो कमाल की बढ़ती है।

2 – स्टेमिना में वृध्दि होती है। जहाँ मैं पहले सीढ़ी चढ़ने और घर के कामों में थक जाती थी अब बाहर के और काम भी कर लेती हूँ।

3 – वज़न नियंत्रण l ये एक मुख्य कारण था मुझे एरोबिक्स तक ले जाने का और आप यकीन नहीं करेंगे मैंने 3 महीनों में 10 किलो वजन कम किया l पेट की चर्बी भी पिघल गई।

4 – एरोबिक्स से हमारे शरीर के विषैले पदार्थ निकल जाते हैं तो नई ऊर्जा मिलती है।

5 – शरीर में लचीलापन आ जाता है।

6 – पसीना बहाने के बाद त्वचा पर जो निखार आता है वह किसी सौंदर्य प्रसाधन से नहीं मिलता।

7 – तनाव छूमंतर हो जाता है l आज की जीवन शैली में तनाव एक गंभीर समस्या है।

8 – कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित करता है।

9 – बहुत सी समस्याओं से अपने आप छुटकारा मिल जाता है जैसे कि थायराइड, घुटने के दर्द, मांसपेशियों की समस्या।

एरोबिक्स शरीर के प्रत्येक अंग पर अलग-अलग कार्य करता है और इसका परिणाम आप खुद देख सकते हैं नहीं तो आपके आसपास रहने वाले तो ज़रूर आपको बता देंगे l भले तारीफ हो या ईर्ष्या।