सिटी ऑफ़ डेस्टिनी, स्टील सिटी-विशाखापट्टनम
विशाखापट्टनम आंध्र प्रदेश की औद्योगिक राजधानी और भारतीय नौसेना का प्रमुख केंद्र होने के साथ ही बड़ा खूबसूरत शहर है जिसको प्रकृति ने बहुत खूबसूरती से तराशा है। यहां एक तरफ तो पहाड़ हैं वही दूसरी तरफ दूर दूर तक समंदर की लहरें अठखेलियां करती सबका मन मोह लेती हैं। समुद्री इलाका होने की वजह से यहां मौसम सम पाया जाता है। तो जब अपना उत्तरी भारत ठंड के कोहरे और बर्फीली हवाओं में ठिठुर रहा था ऐसे समय में हमने रुख किया दक्षिणी भारत की तरफ । हमारी ट्रिप में आंध्र प्रदेश के साथ ही साथ तमिलनाडु और केरल भी शामिल थे तो आज हम आंध्र प्रदेश पर फोकस करते हैं। हमने अपनी यात्रा दिल्ली से शुरू की और लगभग 30 घंटे का ट्रेन सफर करके हम पहुंचे आंध्र प्रदेश के सबसे खूबसूरत और साफ सुथरे शहर विजाग या विशाखापट्टनम। जो अपनी ग्रीनरी और रोड साइड बने म्यूरल और पेंटिंग्स से बहुत सुन्दर प्रतीत होता हैं और अब तो यह आंध्र प्रदेश की राजधानी भी बन गयी हैं।
विशाखापट्टनम धार्मिक स्थल सिंहचलम मंदिर
यहां घूमने की बहुत सी जगह हैं उसमे हमने चुना यहां के प्रसिद्ध मंदिर सीम्हांचलम को जो भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार को प्रदर्शित करता यहां की भव्य कला और संस्कृति को दिखाता अपने आप में अनूठा मंदिर है। भगवान विष्णु को मानने वालो के यह साउथ का बहुत महत्वपुर्ण मंदिर हैं । काफी लम्बी लाइन में लगकर हमने अपनी ट्रिप का पहला आधा दिन मंदिर के नाम किया, मंदिर में बहुत ही शांति थी और लाइन बहुत सिस्टेमैटिक थी कोई धक्का मुक्की नहीं ।
विशाखापट्टनम में सबमैरिन म्यूजियम
चूंकि मेरे साथ मेरे दो छोटे बच्चे भी थे तो उनके इतने लम्बे इंतजार करके मंदिर दर्शन को और मजेदार करते हुए हम उन्हें ले गए कुरसरा पंडब्बी दिखाने और यकीनन बच्चों ने इसको बहुत एंजॉय किया। हालांकि लम्बी लाइन वहां भी थी और बड़ों का ₹70 का टिकट और बच्चों का ₹40 का टिकट लेकर हम अंदर गए तो यकीनन भारतीय नौसेना की जीवनशैली और उनका संघर्ष देखकर मन रोमांच से भर गया हमारे सैनिक हम देशवासियों के लिए हर पल अपने जान पर खेलने को तैयार रहते हैं।
वैसे पनडुब्बी के अलावा पास में ही हवाई जहाज म्यूजियम, फिश म्यूजियम, विक्ट्री अत सी मेमोरियल और कई प्रकार के सुन्दर स्टैटूज़ और कलाकृतिया रोड पर ही त्यार की गई हैं जो देखने के लिए पुरे दिन का घूमना हैं, इसलिए पर्याप्त समय रखे ।
विशाखापट्टनम में फेमस बीचेस –
विशाखापट्टनम समुद्र के किनारे बसा हुआ शहर है इसलिए यहां बीचों की भरमार है आप चाहे तो दिन भर बीच पर गुजार सकते हैं। कुछ बीच जैसे RK बीच, यारड़ा बीच और राषिकोंडा बीच ये तीनो एक दूसरे से एकदम अलग हैं तो आप इन तीनो को एक्स्प्लोर जरूर करिएगा ।
आपको शायद यह पता न हो की विशाखापट्टनम को पूर्व का गोवा भी कहा जाता है वो सिर्फ इसीलिए की यहां एक से बढ़कर एक शानदार बीच पाए जाते हैं। रोशिकोंडा बीच भी उन्हीं शानदार बीचों में एक है।समुद्री लहरों में नहाने और रोमांचक वाटर स्पोर्ट्स के लिए फेमस हैं ।
Rk बीच यानी रामकृष्ण बीच और यारादा बीच दोनों ही बीच यहां के मस्ट विजिट स्पॉट्स हैं और दोनों बीच एक दूसरे से बिलकुल अलग हैं तो अगर आपने एक बीच देख लिया तो समय बचाने के लिए दूसरे बीच को छोड़ना कहीं से भी समझदारी नहीं है ।
R K बीच में जहाँ सबसे जयादा भीड़ भाड़ होती हैं शाम को तो ऐसा लगता हैं पूरा शहर ही उमड़ पड़ा हैं बीच के किनारे ।साथ में कई वेज और नॉन वेज स्ट्रीट फ़ूड भी एन्जॉय कर सकते हैं । वही यारड़ा बीच एक अनछुआ बीच हैं जो पहाड़ो से होते हुए पहुचते हैं और तेज लहरों को शांति और कम लोगो के बीच एन्जॉय किया जा सकता हैं ।
विशाखापट्टनम में बच्चो को घूमाये इंदिरा गांधी प्राणी उद्यान –
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय प्राणी उद्यान यानी जू तो बच्चों का ऑल टाइम फेवरेट जगह होती है।वहां कुछ अलग जानवर जैसे की जिराफ, सफेद मोर, शुतुरमुर्ग, एमू, ज़ेबरा, रिहनो, वाइट टाइगर, सांप की कुछ प्रजातियां और कछुए का विशाल जन समूह देखने को मिला जिसको देखकर बच्चों में अलग ही उत्साह देखने को मिला।
मेरे विशाखापट्टनम विजिट डायरी में अभी विजयनगरम और अरकू घाटी भी हैं जो मेरे अगले ब्लॉग में होंगे तो तब तक के लिए आप लोगों से टाटा बाई बाई उम्मीद है आपको मेरा ये ब्लॉग पसंद आया होगा और आपकी ट्रिप प्लानिंग में सहायता करेगा। अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद।