कुछ रंग अपने चावल के
हमलोग अपने खाने में सामान्यतया दाल चावल रोटी सब्जी ही खाते हैं उन्हीं में से मुख्य अनाज चावल की आज हम बात करने वाले हैं। भारत में कई प्रान्त ऐसे हैं जिनकी सामाजिक जीवन की कल्पना भी चावल के बिना नहीं की जा सकती। चावल पानी वाले इलाकों जैसे बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, केरला, तमिल नाडु में ही पैदा होता है सूखे इलाकों में इसकी पैदावार नहीं हो सकती।
वैसे तो हम सब चावल के प्रकार में उसकी अलग अलग किस्मों के बारे में सुना ही होगा जैसे की सबसे मशहूर किस्म बासमती जिसे तो सभी जानते हैं उसके साथ ही सोनम, मोगरा, ठकुरभोग, विष्णु भोग, काली मुछ जैसे चावल की अनेक किस्में हैं जो या तो किसानों को पता होता है या वैज्ञानिकों को जो लगातार नयी प्रजातियां खोजते रहते हैं।
क्या आपको पता है की हमारे देश में चावल की कई वाइल्ड वैरायटी पाई जाती है जिनको खेत में नहीं बोते बल्कि वो अपने आप खरीफ फसल के मौसम में पानी वाली जगह में उग जाते हैं। हमारे यहां कुछ त्यौहार में यही चावल खाने का रिवाज़ है।
तो आज हम चावल के नाम के अलावा इनके रंग के बारे में कुछ रोचक बाते करते हैं । हम जैसे सामान्य लोग तो सफ़ेद चावल की कुछ किस्मों के अलावा ज्यादा से ज्यादा ब्राउन राइस ही जानते हैं। पर रंगो की बाते इनसे आगे भी हैं तो शुरुआत ब्राउन राइस से ही करते हैं ।
1. भूरा चावल [Brown Rice]-
धान की फसल में से जब उसका बाहरी छिलका उतारते हैं तो अंदर भूरे रंग का ब्रान होता है उस ब्रान के साथ ही जो चावल होता है उसे भूरा चावल कहते हैं जबकि ब्रान को हटा देने पर हमें सफेद चावल मिलता है। आजकल लोग फिटनेस फ्रीक हो रहे इसलिए ब्राउन राइस काफी प्रचलन में आया है । वैसे तो यह देखने और खाने दोनों में ही कुछ खास नहीं होता और इसको चबाना भी बहुत पड़ता है लेकिन इसमें पोषक तत्व भरपूर होते हैं।
यही कारण है कि इसे हेल्दी माना जाता है क्योंकि इसमें बहुत सारे विटामिन और मिनरल्स होते हैं। इसमें थियामाइन (Thiamine) जिसको विटामिन बी1 भी कहते हैं, होता है जो आपके नर्वस सिस्टम के लिए काफी अच्छा होता है। इसी के साथ, ये मसल्स, दिल और अन्य जरूरी ऑर्गन का ख्याल रख सकता है। आपको बताते चलें कि इसमें सफेद चावल की तरह की कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। तो अगर आपको लगता है कि सफेद चावल की तुलना में ब्राउन राइस में कैलोरी कम होती है तो ये एक भ्रांति है।
भूरा चावल [Brown Rice] के फायदे-
-
इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में होता है जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं और साथ ही साथ स्ट्रेस कम होता है।
-
ये थकान मिटाने के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है।
-
ये दिल के लिए अच्छा होता है।
-
ब्राउन राइज में ज्यादा फाइबर और प्रोटीन कंटेंट होता है जो लंबे समय तक आपका पेट भरा होने का अहसास करवाएगा।
2. लाल चावल [Red Rice]-
मुख्य रूप से असम की ब्रम्हपुत्र की घाटी में बिना रसायन के पैदा होने वाला यह लाल चावल जिसे वहां की भाषा में बाओ -धान भी कहते हैं बहुत ही कमाल का चावल प्रकार है जिसका निर्यात कोविद १९ के दौरान भी नहीं रुका।
लाल चावल में एक एंटीऑक्सीडेंट होता है जिसे अन्थो सयनिन्स (Anthocyanins) कहा जाता है। ये एंटीऑक्सीडेंट गहरे पर्पल या गहरे लाल रंग के फलों और सब्जियों में होता है। यही एंटीऑक्सीडेंट इसे लाल रंग देता है। ये केमिकल काफी हेल्दी खूबियों के साथ आता है और ये चावल आपकी दैनिक फाइबर और आयरन की जरूरतों को पूरा कर सकता है।
ये चावल उन लोगों के लिए काफी अच्छा हो सकता है जिन्हें वजन कम करना है क्योंकि इसमें ऐसी खूबियां होती हैं जिनसे लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। ये धीमें डाइजेस्ट होते हैं।
लाल चावल [Red Rice] के फायदे-
-
इनमें खाने को पचाने वाले फाइबर्स ज्यादा पाए जाते हैं जिससे हृदय की बीमारियों का खतरा कम होता है । और ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
-
जलन, ऐलर्जी और कब्ज़ जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है।
-
ये ब्लड शुगर नियंत्रण के लिए भी अच्छा साबित हो सकता है।
-
अन्थो सयनिन्स (Anthocyanins) केमिकल इसलिए अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें एलर्जी से लड़ने वाली खूबियां होती हैं और साथ ही साथ कैंसर से बचाव भी हो सकता है।
3. सफेद चावल [White Rice]-
सबसे कॉमन तरह का चावल जो हमारे घरों में मिलता है वो व्हाइट राइज ही होता है। ये सबसे ज्यादा खाया जाता है हालांकि, इसे सबसे अनहेल्दी चावल भी माना जा सकता है क्योंकि ये बहुत ज्यादा रिफाइंड होता है और ये अपने जरूरी मिनरल्स जैसे विटामिन-B और थियामाइन को लूज कर देता है।
सफेद चावल [White Nice ]के फायदे-
-
-
ये बहुत आसानी से उपलब्ध होता है।
-
इसे कई अलग-अलग वेराइटी में पाया जाता है और ये सस्ता भी होता है।
-
ये एनर्जी के मामले में सबसे ज्यादा हो सकता है क्योंकि इसका स्टार्च कंटेंट बहुत ज्यादा होता है। ये बाकी किसी भी चावल की तुलना में ज्यादा एनर्जी देता है।
-
ये कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर होता है और इसलिए इसे बेहतर माना जाता है।
-
4. काले चावल [ Black Rice]-
काले चावल की सबसे बड़ी खासियत यह है की ये शुगर फ्री होते हैं और इसको मधुमेह रोगी भी खा सकते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट के साथ ही साथ और भी औषधीय गुण भी पाए जाते हैं जो इसको बाकि के चावलों से महंगा कर देते हैं। पूर्वी उत्तरप्रदेश का चंदौली जिला जिसको उत्तरप्रदेश के धान का कटोरा भी कहा जाता है इस चावल की पैदावार का गढ़ है।
काले चावल का इस्तेमाल कई एशियन फूड्स में होता है और चाइनीज खाने में तो इसे बहुत ज्यादा खाया जाता है।
काले चावल [ Black Rice] के फायदे-
-
इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, फाइटोकेमिकल्स, फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं।
-
इसमें बहुतायत में विटामिन-ई होता है और साथ ही साथ ये प्रोटीन और आयरन से भी भरपूर होता है।
-
काले चावल के कई हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं और एक रिसर्च के मुताबिक इसमें कैंसर के खतरे को कम करने के गुण भी होते हैं।
-
काले चावल की एक सर्विंग में 160 कैलोरी होती हैं जो इसे नॉर्मल व्हाइट राइज की तुलना में काफी हेल्दी च्वाइस बनाती है।
हमारे शरीर में सभी पोषक तत्वों की हमें हमारे शरीर के हिसाब से ज़रूरत होती है और उस मात्रा में हमें उसका उपयोग करना चाहिए किसी की अधिकता या कमी हमें रोगों के भंवरजाल में धकेल सकती हैं इसलिए सतर्क रहकर सभी पोषक तत्वों का उचित मात्रा में सेवन करे और स्वस्थ और खुशहाल रहें। अगर ये जानकारी आपको आपके काम की लगे तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों को भी शेयर करें।