JL50

JL 50

जब बॉक्स ऑफिस पर नई फिल्मों को कोरोना के कारण बंद कर दिया गया है, तो वेबसीरीज मनोरंजन और कोरोना  आतंक से त्रस्त जीवन की बोरियत से बचाव का एक बड़ा स्रोत बन गई है।

ऐसे में मैंने अभी कुछ दिन पहले ही सोनी लिव पर में आई JL50 वेबसीरीज देखी । ये सीरीज बाकी वेब सीरीज से कुछ हटकर है, कुछ सुकून और रोमांच कुछ पल तो अवश्य दिए,  तो सोचा आपसे शेयर करू।

अभय देओल, पंकज कपूर, पीयूष मिश्रा, राजेश शर्मा, और रितिका आनंद जैसे दिग्गज कलाकारों से सजी ये वेब सीरीज समय यात्रा (Time travel) पर आधारित है जो कम से कम भारतीय सिनेमा के लिए नया कांसेप्ट है।

क्या है कहानी…

इस सीरीज की शुरुआत होती है एक फ्लाइट की हाईजैक की खबर से जिसमें हमारे देश के काफी दिग्गज शख्स सफर कर रहे थे। इस हाईजैक की ज़िम्मेदारी लेता है ABA नाम का संगठन जो इस फ्लाइट के बदले अपने सरगना की रिहाई की मांग करता है जो यहाँ कैद में है और उसको सज़ा ए मौत निर्धारित हो चुकी है। ऐसे में हमारे CBI वालों को एक फ्लाइट क्रैश की खबर मिलती है जो हाइजैक प्लेन के रूट के अपोजिट डायरेक्शन में कोलकाता के किसी जंगल में मिलता है।

जब CBI ऑफिसर की टीम वहाँ जांच के लिए जाते हैं तो पता चलता है कि ये हाइजैक विमान नहीं है बल्कि ये मलब। कोई और विमान है जो आज से 35 साल पहले उड़ान भरा था और उसके बाद उसका कुछ पता नहीं चल पाया, उसमें दो लोग ही ज़िंदा मिले जिसमें एक विमान की महिला पायलट और एक और शख्स जो कि CBI के हिसाब से हाइजैकर था लेकिन हैरानी की बात ये थी कि उन दोनों शख्स की उम्र उतनी ही दिख रही थी जितनी कि 35 yrs पहले रही होगी। ऐसे में रहस्य और रोमांच से भरी हुई यह सीरीज आपको अंत तक बांधके रखती है और अंत में निकल के आता है फिजिक्स और इतिहास के कुछ मिले जुले तथ्य और उसका दुरुपयोग करने वाले कुछ चालबाज लोग जिनका अंत निश्चित होता है।

इन सब तहकीकात में कई और रहस्य भी सामने आते हैं जैसे इस खोज में लगे CBI ऑफिसर की व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी घटनाएं, वह अनाथालय में कैसे पहुंचा, उनके पेरेंट्स कौन हैं इत्यादि। कहानी में आपके उत्साह को बनाए रखने और आपको पहले से जानने की बोरियत से बचाने के लिए कहानी के सभी विवरण यहाँ दिए नहीं गए हैं।

Acting के लिहाज से,  दो मुख्य चरित्र है- प्रोफेसर दास के रूप में पंकज कपूर और CBI अधिकारी शांतनु के रूप में अभय देओल। अभय देओल द्वारा निभाई गई सीबीआई अधिकारी की भूमिका सरल है, बिना किसी नखरे के  हाई प्रोफाइल मामले को जांचते हुए लेकिन बिना किसी प्रयास के हर बारीक और पेचीदा ब्योरे में जाना। पंकज कपूर ने शानदार ढंग से पुराने प्रोफेसर की भूमिका निभाई जो एक तरफ विज्ञान के छात्र हैं, लेकिन क्वांटम भौतिकी (Quantum Physics) के क्षेत्र में पूरा करने के लिए उनकी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा है।
पीयूष मिश्रा की भूमिका उनके कैलिबर के बराबर नहीं है। राजेश शर्मा, रितिका आनंद और अन्य केवल सहायक भूमिका में हैं।

ये सीरीज़ टाइम ट्रैवेल कॉन्सेप्ट पर बनी है और देखने के बाद हमको सोचने पर मजबूर करती की अगर हमें समय यात्रा करने मिलता तो हम अपने जीवन के किस पॉइंट पर फिर जाकर उसको बदल देते ताकि हमारी ज़िंदगी हमारे सपनों के मुताबिक होती । जस्ट लाइक इस सीरीज इस सीरीज में अभय देओल द्वारा निभाई गई मुख्य अदाकार को अपने मूल माता-पिता के बारे में जानने के लिए समय यात्रा पर वापस जाने का मौका मिला, कि कैसे उन्हें अनाथालय छोड़ दिया गया और उनकी माँ से एक सवाल भविष्य में उनके आने वाले जीवन को बदल सकता है।

लेकिन वास्तविक जीवन में, समय यात्रा अभी भी पाठ्यपुस्तक अवधारणा के चरण में है लेकिन हमें जीवन के कुछ बिंदुओं पर जीवन को उलटने के बारे में सोचने से नहीं रोकना चाहिए, मैंने तो समय यात्रा से किस पॉइंट को ठीक करना है ये सोच लिया आप अपने लाइफ में कितना पीछे जाकर सब ठीक करना चाहते ये ज़रूर बताइयेगा।

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