मैट्रेस पसंद करते समय की कुछ आवश्यक बातें

आज की भागदौड़ की ज़िंदगी में जहाँ रुकना बिल्कुल ही मना है ऐसे में इंसान मशीन बनकर रह गया है और अगर रात न हो तो आराम भी न करे। ऐसे में रात को इत्मीनान की नींद बहुत ही ज़रूरी है और इत्मीनान की नींद के लिये मैट्रेस की क्वालिटी बहुत ज़रूरी है। कितनी अजीब बात है न कि अपनी लाइफ का चौथाई भाग हम सोने में बिताते हैं और सोने के लिये मैट्रेस पसंद करते समय हमारा गाइड होता है दुकान का सेल्समैन जिनका हमारी ज़रूरत और बजट से कोई लेना देना नहीं होता उसको तो अपना प्रोडक्ट बेचना होता है। तो अगली बार मैट्रेस खरीदने से पहले थोड़ा होमवर्क ज़रूर करें क्योंकि यह न केवल आपके सेहत से जुड़ा है बल्कि आपके बजट और साथ ही साथ 7-8 साल के लिए बेफिक्र होना होता है।  मैट्रेस खरीदने से पहले कुछ चीज़ें ध्यान रखेंगे तो आपकी रात इत्मीनान से बीतेगी। तो हम मैट्रेस के लिए कुछ आवश्यक बातें करते हैं:
  • आपके सोने की आदत
  • सोने वाले का वजन
  • मैट्रेस का मटेरियल और टाइप
  • मैट्रेस का लाइफ जिसका मतलब है वारंटी / गारंटी
  • और आख़िर में आपका बजट
किसी को भी आपकी नींद की स्थिति का विश्लेषण करने की आवश्यकता होती है, जैसे कुछ पीठ के बल सोना पसंद करते हैं, कुछ लोग साइड के बल आराम से सोते हैं, जबकि कुछ कछुए की तरह पेट के बल लेटकर अधिक खुश होते हैं। तो आपकी नींद की स्थिति गद्दे की कोमलता और कठोरता तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अधिक वजन वाले लोगों को अधिक कठिन और मोटे गद्दे का विकल्प चुनना चाहिए जबकि दुबले लोग नरम गद्दे का आनंद ले सकते हैं। सबसे पहले तो ध्यान देने की बात ये है कि क्या रियली में आपको नये मैट्रेसज़ की ज़रूरत है भी की नहीं। कई लोग अपना मैट्रेस कुछ सालों में बदलते रहते हैं ये उनकी लाइफस्टाइल और बजट को सूट करता है तो सही है या गलत इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता। आमतौर पर 7-8 साल में मैट्रेस  बदल देना चाहिए। और अगर आपको बैक और नेक में दर्द होता हो तो हो सकता है आपके सोने की पोजीशन या आपके मैट्रेस में दिक्कत हो। बाजार में, विभिन्न प्रकार के मैट्रेस उपलब्ध हैं, टाइप्स ऑफ मैट्रेसज़ बातें करते हैं
  1. Cotton Mattress:

ये सबसे पुराने और पारंपरिक गद्दे हैं। कपास प्राकृतिक सामग्री है, स्वस्थ नींद के लिए अच्छा विकल्प है, यह छोटी जगह में रखा जा सकता है और ज्यादा पसीना बहाने वाले लोगों के लिए यह अच्छा विकल्प है। लेकिन गद्दे की मोटाई को बनाए रखने के लिए इन्हें बदलने या फिर से भरने की जरूरत होती है क्योंकि यह दबाव के साथ ही पतला होता जाता है। Cotton Mattress
  1. Coir (कॉयर) Mattress

ये भी प्राकृतिक नारियल के कॉयर से बने पारंपरिक गद्दे हैं। गद्दा थोड़ा सख्त और काफी टिकाऊ होता है और यह उन लोगों के लिए अच्छा है जो पीठ के बल सोना पसंद करते हैं या दर्द से पीड़ित हैं और सोने के लिए थोड़ी सख्त सतह की आवश्यकता होती है। इसे पानी से बचाने और कुछ एलर्जी की समस्या होने पर इससे बचने की जरूरत है। Coir Mattress
  1. Innerspring (इनरस्प्रिंग) Mattress

यह सबसे ट्रेडिशनल मैट्रेस प्रकार है। लेकिन धीरे धीरे यह अपना महत्व खोता जा रहा है क्योंकि मार्केट में अभी ढेरों वेरायटीज और हेल्थी ऑप्शन आ गए हैं। इनरस्प्रिंग अपने कॉइल्स और अफोर्डेबल प्राइस के कारण भी मशहूर है। थोड़ा फैंसी लुक में ok कम्फर्ट के साथ स्प्रिंग मैट्रेस अच्छी चॉइस हो सकता है। Innerspring Mattress
  1. Memory Foam (मेमोरी फोम) Mattress

मेमोरी फोम मैट्रेसज़ साइड स्लीपर्स के लिए बेस्ट माना जाता है। चूंकि साइड स्लीपर्स अपने जॉइंट्स पर प्रेसर देकर सोते हैं इसलिए उनको ऐसा मैट्रेस चाहिए होता है जो सॉफ्टनेस के साथ स्प्रिंग नेचर का भी हो। अगर आराम और बैक सपोर्ट चाहिए  क्योंकि यह सोने वाले के हिसाब से अपना शेप ले लेता है तो ज्यादा खर्च न करते हुए तो मेमोरी फोम मैट्रेसज़ बेस्ट होते हैं। Memory foam Mattress

  1. Latax (लेटैक्स) Mattress

ये मैट्रेस अपने कूलिंग नेचर और आराम के लिये जाना जाता है। इन मैट्रेसज़ में एक बाउंसी और रेस्पॉन्सिव गुण भी मिलता है और सबसे खास बात यह एक प्राकृतिक पदार्थ से बनता है। लैटेक्स एक पेड़ Hevea-Brasilensis के व्हाइट लिक्विड से निकाला जाता है। OK कंफर्ट और बैक सपोर्ट के साथ थोड़ा एक्सपेंसिव मैट्रेस लेना है तो लैटेक्स मैट्रेस के साथ जा सकते है। Latex Mattress
  1. Hybrid (हाइब्रिड) Mattress

हायब्रिड मैट्रेसज़ नेचुरल और आर्टिफिशियल दोनों प्रकार के मटेरियल को मिलाकर बनता है। इसके अंदर इनर स्प्रिंग की buoyancy के साथ ही साथ मेमोरी फोम का मोशन आइसोलेशन (अगर बेड के एक साइड कोई सो रहा हो तो दूसरे साइड में सोने वाला इस साइड को बिना डिस्टर्ब किये सो सकता है  क्यूंकि इसके स्प्रिंग आपस में जुड़े नहीं होते हैं) गुण होते हैं। Hybrid Mattress
  1. Waterbeds (वाटरबेड्स) Mattress

वाटरबेड्स दो प्रकार के साइड्स के साथ होते हैं एक साइड थोड़ा सॉफ्ट होता है दूसरा साइड थोड़ा हार्ड होता है। इस टाइप के बेड्स अर्थराइटिस और बैकपेन के रोगियों के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। Water bed Mattress
  1. Polyfoam (पोलीफोंम) Mattress

पोलीफोंम सबसे सस्ते और लोवेस्ट क्वालिटी मैट्रेसज़ होते हैं। अगर आपका कम्फर्ट से ज्यादा सरोकार नही है और बजट ही प्रायोरिटी है तो आप पोलीफोंम मैट्रेस के साथ जा सकते हैं। Polyfoam Mattress
  1. Airbeds (ऐरबेड्स) Mattress

एयर बेड्स बेसिकली हवा भरे हुए या फोम वाले गद्दे होते हैं। इन मैट्रेसज़  मे पाली विनाइल chlorides  या टेक्सटाइल reinforced उरेथन प्लास्टिक के बने होते हैं। एयर मैट्रेसज़ कैम्पिंग या गेस्ट के लिए उपयोगी होते हैं क्योंकि lightweight की वजह से इनको कहीं लाना ले जाना आसान होता है बस इनको कटने से खासकर चूहों के काटने से बचाना पड़ता है। Airbeds Mattress
बजट एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है कोई भी सामान लेने में खासकर मिडिल क्लास फैमिली में। महँगा है तो बेहतर है ये हर बार ही फिट नहीं होता और ज्यादा सस्ते के चक्कर में कई बार हम तुरंत तो बाज़ी मार लेते हैं लेकिन साल दो साल में ही इसके दुष्परिणाम दिखने लगते हैं। ये तो हुई मैट्रेस की बातें, अगर आपको मैट्रेस खरीदना है तो कुछ बातें जो आपको जरूर याद रखनी चाहिए:
  1. अपने बेड के आकार के संदर्भ में गद्दे के आकार की जांच करें। गद्दे के विभिन्न मानक आकार Single /double/queen/king size बाजार में उपलब्ध हैं, बेड और मैट्रेस साइज बेमेल होने के परिणामस्वरूप आपको असुविधा हो सकती है और  यह देखने में भी ठीक नहीं लगेगा।
  2. इसके अलावा सिंगल साइज गद्दा उठाना और संभालना बहुत आसान है, जबकि डबल साइज गद्दे continuous होने से आगे पीछे नही होते और  किंग और क्वीन साइज़ के बेड के लिए सोने में सतही निरन्तरता प्रदान करते हैं लेकिन यदि आपके पास स्टोरेज बिस्तर है तो डबल साइज के गद्दे के साथ संभालना थोड़ा मुश्किल है खासकर उसको खोलने और बंद करने के लिए आपको पूरा का पूरा गद्दा उठाना पड़ेगा।
  3. गद्दा कंपनी द्वारा प्रदान की जाने वाली वारंटी / गारंटी की जाँच करें। आजकल की परीक्षण अवधि भी कंपनियों द्वारा दी जाती है, लेकिन आप निश्चित रूप से गद्दे को बदलने के अनुभव और हैसेल के माध्यम से जाना पसंद नहीं करेंगे। इसलिए स्पष्ट चुनाव करें।
  4. अपने भारी आकार के कारण घर से दुकान तक गद्दे का परिवहन शुल्क भी आपके बजट में शामिल होता है इसको जरूर डिस्कस कर लें। इसके अलावा यह और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है यदि आप खरीदारी करते समय अपने पुराने गद्दे को बदल रहे हैं वो भी ख़रीददारी से पहले दुकानदार से डिस्कश करें हो सकता है कि उसके साथ आपको कुछ डिस्काउंट मिल जाये।
ये तो हुई मेरी एनालिसिस जो मैंने अपना मैट्रेस लेते वक्त सीखा बाकी इसमें कुछ बचा रह गया हो तो आपके सुझाव हमेशा ही हमें उत्साहित करते हैं। तो सुझाव देते रहें स्वस्थ रहें और अपनी पसंद के मैट्रेस के साथ भरपूर सेहत के साथ एन्जॉय करें जो आपके बजट और सेहत दोनों में फिट होती हो।

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